Tuesday, August 9, 2011

पवित्र क़ुरआन का हिन्दी अनुवाद Hindi Anuwad Kuran

हिन्दी पाठकों में, विशेषकर हमारे हिन्दू भाईयों में क़ुरआन को जानने की प्रबल इच्छा पाई जाती है। कुछ वजहों से उनकी यह ख्वाहिश अब और भी शदीद हो गई है। सच्चाई के लिए उनकी तड़प और प्यास को देखते हुए हम आज पवित्र क़ुरआन का हिन्दी अनुवाद उन्हें सप्रेम भेंट कर रहे हैं।
यह रमज़ान का महीना है और रमज़ान क़ुरआन के नाज़िल होने का महीना भी है और इसे ज़्यादा से ज़्यादा पढ़े जाने का महीना भी है। इसे समझकर पढ़ा जाए और पढ़कर इस पर अमल किया जाए तो इंसान की समस्याएं हल हो जाती हैं और जीवन और मृत्यु के बारे में अपने हरेक सवाल का जवाब मिल जाता है।
जिन बातों का जानना ज़रूरी है उन बातों की सही और सच्ची जानकारी शुद्ध रूप में आज केवल क़ुरआन के ज़रिये ही मिल सकती है।
पेश है आपके लिए आपके सवालों का जवाब और आपकी समस्याओं का समाधान :
 पवित्र कुरआन  पढने  के लिए यहाँ क्लिक करें 










Saturday, July 16, 2011

दर्शनों की रचना से पूर्व मूल धर्म

दार्शनिकों ने बहुत से दर्शन रचे हैं किसी ने अद्वैत कहा है और किसी ने कुछ और कहा है। नास्तिकों ने तो ईश्वर के अस्तित्व का ही इन्कार कर दिया। जैसे नास्तिकों के कहने से ईश्वर का अस्तित्व शून्य नहीं हो जाता ऐसे ही किसी के लिख देने से सृष्टि ईश्वर नहीं हो सकती। ईश्वर और आत्मा अनदेखी हक़ीक़तें हैं। इनके बारे में भी सोचें और हरेक पहलू को सामने रखें और यह देखें कि दर्शनों की रचना से पूर्व भारतीय ऋषि ईश्वर का क्या स्वरूप बताया करते थे ?
मूल धर्म वही है।

Tuesday, January 18, 2011

ZEAL: सौतन जुल्फें !

ZEAL: सौतन जुल्फें !
आ ग़ैरियत के पर्दे इक बार फिर उठा दें
बिछड़ों को फिर मिला दें, नक्शे दूई मिटा दें
सूनी पड़ी है मुद्दत से दिल की बस्ती
आ इक नया शिवाला इस देस में बना दें
दुनिया के तीरथों से ऊंचा हो अपना तीरथ
दामाने आसमां से इसका कलस मिला दें
हर सुब्ह उठके गाएं मन्तर वो मीठे मीठे
सारे पुजारियों को ‘मै‘ पीत की पिला दें
शक्ति भी शांति भी भक्तों के गीत में है
धरती के बासियों की मुक्ति प्रीत में है

http://vedquran.blogspot.com/2011/01/absolute-peace.html